Tuesday 8 September 2015



आने दो बेटियों को धरती पर 

मत बजाना थाली चाहे 

वरना कौन गाएगा गीत
अपने वीरों की शादी में 

आने दो बेटियों को धरती पर 
पनपने दो उनके भ्रूण 

वरना कौन धारण करेगा 
तुम्हारे बेटों के भ्रूण 

आने दो बेटियों को धरती पर 
मत बजाना थाली चाहे।

बिन बेटी ये मन बेकल है, बेटी है तो ही कल है |

बिन बेटी ये मन बेकल है, बेटी है तो ही कल है, 
बेटी से संसार सुनहरा, बिन बेटी क्या पाओगे?

बेटी नयनों की ज्योति है, सपनों की अंतरज्योति है,
शक्तिस्वरूपा बिन किस देहरी-द्वारे दीप जलाओगे? 

शांति-क्रांति-समृद्धि-वृद्धि-श्री सिद्धि सभी कुछ है उनसे,
उनसे नजर चुराओगे तो किसका मान बढ़ाओगे ?

सहगल-रफ़ी-किशोर-मुकेश और मन्ना दा के दीवानों!
बेटी नहीं बचाओगे तो लता कहां से लाओगे ?

सारे खान, जॉन, बच्चन द्वय रजनीकांत, ऋतिक, रनबीर
रानी, सोनाक्षी, विद्या, ऐश्वर्या कहां से लाओगे ?

अब भी जागो, सुर में रागो, भारत मां की संतानों!
बिन बेटी के, बेटे वालों, किससे ब्याह रचाओगे?

बहन न होगी, तिलक न होगा, किसके वीर कहलाओगे?
सिर आंचल की छांह न होगी, मां का दूध लजाओगे।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान 2015

"बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" अभियान से मुझे जोड़ने के लिए भाई रामकरण प्रजापति "यथार्थ" का धन्यवाद !